Kabhi Fursat Ho To Jagdambe Lyrics(कभी फ़ुरसत हो तो जगदम्बे भजन लिरिक्स)
कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे, निर्धन के घर भी आ जानाजो रूखा सूखा दिया हमें, कभी उस का भोग लगा जाना ना छतर बना सका सोने का, ना चुनरी घर…
कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे, निर्धन के घर भी आ जानाजो रूखा सूखा दिया हमें, कभी उस का भोग लगा जाना ना छतर बना सका सोने का, ना चुनरी घर…